परमिशन न होने के कारण सभी सय्यद बाबा के कुल की फातिहा अपने-अपने घर कराएं
बरेली समाचार। कुत्बे औलिया हज़रत जलालुद्दीन सरकार सय्यद शाहदाना वली रहमातुल्लाह अलैह के छोटे उर्स सत्तरवीं शरीफ के चौथे दिन की शुरुआत कुरान पाक की तिलावत से हुई. मज़ारे मुबारक पर सलातो सलाम का नजराना मस्जिद के इमाम मौलाना रहमत उल्ला ने पेश किया. दिन भर दरगाह पर चादर पोशी व गुलपोशी का सिलसिला चलता रहा.
इसी कड़ी में एकता युवा वेलफेयर सुसेटी के अध्यक्ष निसार पहलवान ने दरगाह पर चादर पोशी व गुल पोशी कर हिंदुस्तान में अमनो अमान भाईचारे के लिए दुआ की. बाद नमाज़ ए जौहर चाँद मियां अशरफी ने मिलादे पाक की महफिल सजाई. बाद नमाज़ ए असर रंग हुआ. बाद रंग सरकार केले शाह बाबा के कुल शरीफ की फातिहा शहज़ादा ए हुज़ूर तहसीन ए मिल्लत आली जनाब सूफी रिज़वान रज़ा खां क़ादरी साहब की सरपरस्ती में हुई. अब्दुल वाज़िद खां ने हिंदुस्तान में अमनो अमान भाई चारे के लिए खुसूसी दुआ मांगी. दिन भर जायरीनों के लिए लंगर चलता रहा.

मज़ारे मुबारक पर दरगाह के मीडिया प्रभारी वसी अहमद वारसी ने सभी जायरीनों से अपील की. परमिशन न होने के कारण सभी लोग सय्यद बाबा के कुल की फातिहा अपने-अपने घर पर कराएं. दरगाह पर भीड़ न लगाएं. दफा 144 व आचार संहिता का पालन करें. दरगाह के मुतवल्ली अब्दुल वाज़िद खा नूरी ने बताया जो गरीब लड़का-लड़की शादी करने के लायक हैं, उनके माॅं-बाप या भाई-बहन दरगाह पर आकर रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं. शादियां सरकार शाहदाना वली के बड़े कुल ग्यारवीं शरीफ के महीने में कराई जाएंगी.