PARENTING: बच्चों को सुनें भी और समझें भी: डॉ उज़्मा क़मर

कैरियर काउंसलर डॉ उज़मा क़मर बता रही हैं पैरेंटिंग टिप्स

LIMELIGHT PARENTING: माता-पिता छोटे बच्चों के जीवन में सबसे महत्वपूर्ण लोगों में से हैं। माता-पिता में माता और पिता के साथ-साथ अन्य देखभाल करने वाले भी शामिल होते हैं जो माता-पिता के रूप में कार्य करते हैं। जन्म से, बच्चे माता-पिता पर भरोसा करते हैं कि वे उन्हें खुश और स्वस्थ रहने और अच्छी तरह से बढ़ने और विकसित होने के लिए आवश्यक देखभाल करते हैं।

मेरा मानना है कि हमारे बच्चों के साथ हमारा जो रिश्ता है, वह पालन-पोषण का सबसे महत्वपूर्ण तत्व है।

डॉ उज़मा क़मर

मेरा मानना है कि हमारे बच्चों के साथ हमारा जो रिश्ता है, वह पालन-पोषण का सबसे महत्वपूर्ण तत्व है। यह हमारे संबंध का मूल्य है जो यह निर्धारित करता है कि वे हमें कितनी अच्छी तरह सुनते हैं, हमारी सीमाओं और मूल्यों को स्वीकार करते हैं और सहयोग करते हैं।

यह हमारा रिश्ता है जो भविष्य के रिश्तों के लिए मिसाल कायम करता है। यहीं पर वे सबसे पहले सीखते हैं कि मानवीय रिश्ते कैसे दिखते हैं।
यदि हमारे बीच विश्वास, सहानुभूति, सम्मान और करुणा पर आधारित एक स्वस्थ संबंध है, तो हमने एक अच्छा मानक स्थापित किया है। धमकी, नियंत्रण, ज़बरदस्ती या डर पर आधारित संबंध मानक को काफी कम करता है।

  • अपने बच्चे के आत्म-सम्मान को बढ़ाएँ उसकी दूसरों से तुलना बिल्कुल ना करें।
  • बच्चों की कुछ सीमाएँ तय करें और अपने अनुशासन के अनुरूप रहें।
  • अपने बच्चों के लिए समय निकालें।
  • उनके लिये हिटलर स्वरुप न बनकर रोल मॉडल बनें।
  • उनकी भावनाओं को सुने समझें, अनदेखा न करें।
  • बच्चे भविष्य के लिये सबसे बड़ा इन्वेस्टमेंट है।
Dr. Uzma Qamar
ias Coaching , UPSC Coaching