बच्चों को रटाना छोड़ें शिक्षक: तनवीर अहमद

ऑल इंडिया आइडियल टीचर्स एसोसिएशन (AIITA) की बरेली में शैक्षिक संगोष्ठी


बरेली: शिक्षकों के प्रमुख संगठन ऑल इंडिया आइडियल टीचर्स एसोसिएशन बरेली यूनिट ने इस्लामिया गर्ल्स इंटर कालेज में नई शिक्षा नीति पर एक संगोष्ठी आयोजित की। यह Enlightening Teachers: Nurturing Talent : Transforming Society: AllTA an Ideal Plateform के केन्द्रीय विषय पर आयोजित देशव्यापी राष्ट्रीय शैक्षिक अभियान का हिस्सा है।

आईटा के यूपी अध्यक्ष शकील अहमद ने मीडिया को जानकारी देते हुए बताया कि आईटा शिक्षकों का एक राष्ट्रव्यापी पंजीकृत संगठन है, जिसकी स्थापना सन् 1992 में हुई। अपनी नीतियों और कार्यक्रमों के साथ यह देश के करीब 19 राज्यों में विभिन्न शैक्षिक गतिविधियाँ सफलतापूर्वक अंजाम दे रही है। उक्त शैक्षिक अभियान भी इसी की एक कड़ी है।

AIITA शिक्षकों को वैचारिक परिपक्वता, शिक्षण कौशल में निपुणता, और अपने पेशेवर व्यक्तित्व में विकास करवाने के साथ ही उनके जायज अधिकारों के प्रति निरंतर संघर्षरत है।
हजारों शिक्षकों पर आधारित यह संगठन शिक्षा के बदलते परिदृश्य के बीच अपनी शैक्षिक सेवाएं प्रदान कर रही है और समाज के सकारात्मक बदलाव में अपना अमूल्य योगदान दे रही है। AIITA न केवल शिक्षकों के जायज अधिकारों की बात करता है अपितु उन्हें अपने दायित्वों के निर्वाहन के प्रति सचेत भी करता है।

राष्ट्रीय शैक्षिक बोर्ड के अध्यक्ष सैयद तनवीर अहमद ने नयी शिक्षा नीति के बारे में अहम जानकारी दी उन्होंने नयी शिक्षा नीति से भरपूर फायदा उठाने की अपील की । उन्होंने कहा कि बच्चों को रटन्त विद्या नहीं सिखानी है, बल्कि उनकी स्किल्स को बढ़ाना है।

इस्लामिया गर्ल्स कॉलेज परिसर में आयोजित गोष्ठी

आईटा के सोशल मीडिया प्रभारी इरफ़ान अली ने बताया कि हमारे सदस्य केंद्रीय, प्रदेश, जिला और स्थानीय स्तर पर शैक्षिक गतिविधियों के द्वारा शिक्षकों को वैचारिक परिपक्वता, कौशल में निपुणता और अपने पेशे में दक्षता हासिल करने के लिए सेमिनार, सिम्पोजियम, व्याख्यान, शैक्षिक उत्सव और विभिन्न विषयों पर कार्यशालाओं जैसी अहम गतिविधियों का आयोजन करती है।

उपरोक्त केन्द्रीय विषय के तहत यह राष्ट्रीय शैक्षिक अभियान भी उसी की एक श्रृंखला है जिसके तहत् हमारा प्रयत्न है कि हम बदलते शैक्षिक आवश्यकताओं से शिक्षकों को अवगत कराएं तथा वह राष्ट्रीय शिक्षा नीति और राष्ट्रीय पाठ्यचर्या रूपरेखा से परिचित हों। ऐसे शिक्षक तैयार हो सकें जो पाठ्यक्रम पर पैनी नजर रखे साथ ही शिक्षक व छात्रों के बीच शिक्षा के आधुनिक तरीकों को लागू करें ताकि छात्रों में अपनी शैक्षिक प्रगति के साथ साथ उच्च नैतिक मूल्यों का विकास हो सके।

अभियान के सोशल मीडिया प्रभारी इरफ़ान अली ने अभियान के बारे में बताया कि इसी सन्दर्भ में बरेली के इस्लामिया गर्ल्स इंटर कॉलेज में इस संगोष्ठी का आयोजन किया गया है। इसमें सैयद तनवीर अहमद के अलावा मौलाना अतीक अहमद इस्लाही तालीमी सेक्रेटरी JIH यूपी वेस्ट, रामपुर से सलमान असद डायरेक्टर जामिया सआलिहात न मुसलमानों की शिक्षा के बारे में अपने विचार व्यक्त किए।

सलमान असद में बताया कि शैक्षिक संस्थानों के प्रबंधकों को यह याद दिलाना है कि वह अपने संस्थानों के अंदर ऐसा माहौल तैयार करें जहाँ आधुनिक शिक्षा प्राप्त, तकनीक में दक्ष और उच्च नैतिक गुणों से लैश छात्र तैयार हो सकें।

इस अवसर पर पैगाम ए इन्सानियत के अध्यक्ष अहमद अज़ीज़ खान ने इस तरह के प्रोग्राम को समाज की तालीमी तरक्की के लिए जरूरी करार दिया। उन्होंने टीचर्स के साथ छात्रों एवं अभिभावकों से नयी शिक्षा नीति से भरपूर फायदा उठाने की अपील की।

इस अवसर पर आइटा बरेली यूनिट के सेक्रेटरी जीशान अहमद, नाजिम मलिक, उवैस अहमद, इमरान , जुनैद एवं मुहिम के को कन्वेनर हाफ़िज़ क़दीर अहमद, सहित आइटा के अन्य सभी सदस्य मौजूद रहें।

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