मौसम विशेषज्ञों ने ज़ारी किया अलर्ट, बढ़ सकता है और तापमान
बरेली। जनपद में भीषण गर्मी का सिलसिला जारी है। तेज धूप और गर्म हवा लोगों के शरीर को झुलसा रही है। शनिवार को इस सीजन का सबसे गर्म दिन रहा। शनिवार को भी तापमान 42.3 डिग्री सेल्सियस रहा। भीषण गर्मी के बीच गर्म हवाझुलसा रही है। मौसम विभाग ने पूरे सप्ताह तेज़ गर्मी का प्रकोप जारी रहने की की आशंका ज़ाहिर की है। आंचलिक मौसम विज्ञान केंद्र के विशेषज्ञों के मुताबिक अभी गर्मी का क़हर जारी रहेगा। उन्होंने बताया की पारा 43 डिग्री पार जाने की संभावना है।
शनिवार को सुबह से ही गर्मी में बढ़ोत्तरी दर्ज़ की गयी. दोपहर पहुँचते -पहुंचते पारा 42.5 को पार कर गया। वहीँ मामूली बढ़त साथ न्यूनतम तापमान 25.9 दर्ज़ किया गया. हवा में नमी का स्तर 28 फीसद रिकार्ड किया गया. हवा की रफ़्तार 8 किमी प्रति घंटा रही। गर्मी के चलते बाज़ारों और सड़कों पर आवाजाही कम रही. लोग तेज़ धूप की वज़ह से बाहर निकलने में परहेज़ करते मिले। गन्ने का जूस, नारियल पानी, शिकंजी, आइसक्रीम के ठेलों पर लोगों की भीड़ दिखी।
गर्भवती महिलाएं व बच्चे देर तक धूप में जाने से बचें। सूती कपड़े पहनें, ताज़ा खाना खाएं और बाहर की खुली खुली चीज़ें खाने से बचें। बुज़ुर्ग, बीपी और शुगर के मरीज़ उपवास न रखें।
डॉ नसीरुद्दीन अंसारी वरिष्ठ जनरल फिजिशियन
वरिष्ठ जनरल फिजिशियन डॉ नसीरुद्दीन अंसारी ने लोगों को सलाह दी है कि बहुत ज़रूरी हो तभी घर से बाहर निकलें। सिर को ढक कर रखें। पानी की बोतल साथ रखें और ज़्यादा ज़्यादा तरल पदार्थों का सेवन करें। गर्भवती महिलाएं व बच्चे देर तक धूप में जाने से बचें। उन्होंने सलाह दी कि सूती कपड़े पहनें, ताज़ा खाना खाएं और बाहर की खुली खुली चीज़ें खाने से बचें। बुज़ुर्ग, बीपी और शुगर के मरीज़ उपवास न रखें।
बाल चिकित्सक डॉ गयास अहमद ने सलाह दी है कि गर्मी के इस मौसम में बच्चों को बहुत एहतियात बरतने की ज़रूरत है। इन दिनों बच्चों में हीट स्ट्रोक और डायरिया के केस बढ़ गए हैं. बच्चों को धूप में खेलने से रोकें। उन्हें पूरी बांह के कपड़े पहना कर रखें. बाहर ठेलों की खुली चीज़ें खाने से परहेज़ रखें. पानी की कमी न होने दें।
इन दिनों बच्चों में हीट स्ट्रोक और डायरिया के केस बढ़ गए हैं. बच्चों को धूप में खेलने से रोकें।
डॉ गयास अहमद, बाल चिकित्सक
भारतीय मौसम विभाग ने एक्स के माध्यम से बताया कि उत्तर प्रदेश के आगरा ज़िले में तापमान 46.9 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया। उत्तर-पश्चिम भारत के कई हिस्सों में प्रचंड गर्मी की लहर चल रही है, जिससे तापमान अभूतपूर्व स्तर तक बढ़ गया है।
लू, जिसे हीट वेव के नाम से भी जाना जाता है, अत्यधिक गर्मी का एक गंभीर प्रभाव है जो सेहत के लिए खतरनाक हो सकता है। लू से बचने के लिए निम्नलिखित उपाय अपनाए जा सकते हैं:
- ठंडे स्थानों पर रहें: गर्मी के दिनों में घर के अंदर रहें, खासकर दोपहर के समय जब गर्मी सबसे ज्यादा होती है। अगर घर में एसी या कूलर नहीं है, तो कम से कम पंखा का इस्तेमाल करें और खिड़कियों को बंद रखें ताकि गर्म हवा अंदर न आ सके।
- पर्याप्त पानी पिएं: लू से बचने के लिए शरीर को हाइड्रेटेड रखना बहुत जरूरी है। नियमित रूप से पानी पिएं, यहां तक कि तब भी जब प्यास न लगे। आप नींबू पानी, नारियल पानी या छाछ का भी सेवन कर सकते हैं।
- हल्के और ढीले कपड़े पहनें: हल्के रंग के, सूती और ढीले कपड़े पहनें ताकि शरीर को ठंडक मिल सके और पसीना आसानी से सूख सके।
- धूप से बचें: 10 बजे से 4 बजे के बीच धूप में बाहर निकलने से बचें। अगर बाहर जाना जरूरी हो, तो टोपी, सनग्लास और सनस्क्रीन का इस्तेमाल करें।
- छाया में रहें: बाहर निकलते समय छाया में चलें और अपने साथ छाता ले जाएं। यह धूप से बचाने में मदद करेगा।
- हल्का और पोषणयुक्त भोजन करें: ताजे फल और सब्जियों का सेवन बढ़ाएं और भारी, तली-भुनी चीजों से बचें। दही, तरबूज, खीरा आदि को अपने आहार में शामिल करें।
- गर्म चीजों से बचें: गर्म चाय, कॉफी या शराब जैसे पेय पदार्थों का सेवन कम करें क्योंकि ये शरीर को और अधिक गर्म कर सकते हैं।
- ठंडे पानी से स्नान करें: दिन में दो बार ठंडे पानी से स्नान करें, इससे शरीर को ठंडक मिलेगी और लू का असर कम होगा।
- इलेक्ट्रोलाइट्स का सेवन करें: ओआरएस (ओरल रिहाइड्रेशन सॉल्यूशन) का सेवन करें या नींबू पानी में थोड़ा नमक और चीनी मिलाकर पीएं ताकि शरीर में इलेक्ट्रोलाइट्स का संतुलन बना रहे।
- हीट स्ट्रोक के लक्षण पहचानें: अगर किसी को अधिक पसीना, कमजोरी, चक्कर आना, तेज़ धड़कन, सिरदर्द, या बेहोशी महसूस हो, तो तुरंत ठंडे स्थान पर ले जाएं, ठंडे पानी से उसका शरीर पोछें और पानी पिलाएं। यदि स्थिति गंभीर हो, तो तुरंत चिकित्सकीय मदद लें।
इन उपायों को अपनाकर आप लू से बच सकते हैं और अपनी सेहत का ध्यान रख सकते हैं।